वित्तवर्ष 2016-17 के दौरान देश से 68.13 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ है, ऐसे में 2017-18 के दौरान निर्यात अगर 5% बढ़ता है तो आसानी से 71 लाख टन को पार कर जाएगा।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक 2016-17 के दौरान भारत में चावल का कुल उत्पादन 10.91 करोड़
टन हुआ है जो अबतक का सबसे अधिक उत्पादन है। ज्यादा उत्पादन की वजह से घरेलू मार्केट में सप्लाई पर्याप्त है जिस वजह से एक्सपोर्ट भाव अन्य देशों के एक्सपोर्ट भाव के मुकाबले कम है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में थाईलैंड से आने वाले चावल का भाव 544 डॉलर प्रति टन है जबकि पाकिस्तान के चावल का भाव 435 डॉलर प्रति टन है। वहीं भारत से जाने वाले गैर बासमती चावल का भाव 414 डॉलर प्रति टन के करीब है।
हाल के दिनों में बासमती चावल की कीमतों में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है जिस वजह से प्रीमियम क्वॉलिटी के गैर बासमती चावल की मांग में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जानकार मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में गैर बासमती चावल की मांग में तेजी से इजाफा हो सकता है। भारत से गैर बासमती चावल का ज्यादातर निर्यात अफ्रीकी देशों के साथ बांग्लादेश और श्रीलंका को होता है। इसके अलावा खाड़ी देशों में भी सीमित मात्रा में गैर बासमती चावल जाता है।
Source: MarketTimesTv
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