सरकार की ओर से जारी हुए नोटिफिकेशन के मुताबिक पहली अप्रैल 2017 से सूरजमुखी बीज पर 10 फीसदी आयात शुल्क लागू होगा। इंडस्ट्री ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। तेल तिलहन इंडस्ट्री के संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानि SEA के कार्यकारी निदेशक डॉ बी वी मेहता ने मार्केट टाइम्स को बताया कि सरकार के इस कदम से घरेलू इंडस्ट्री को सहयोग मिलेगा मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट में मदद होगी।
देश में सूरजमुखी बीज का उत्पादन कम होता है लेकिन सूरजमुखी तेल की खपत ज्यादा होती है और खपत को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। देश में तेल के आयात के बजाय बीज के आयात से घरेलू स्तर पर ही सूरजमुखी तेल का उत्पादन किया जा सकेगा।
पिछले कुछ समय से देश में सूरजमुखी तेल का सालाना आयात 15 लाख टन से अधिक हो रहा है। ऑयल वर्ष (नवंबर से अक्टूबर) 2015-16 के दौरान देश में 15.16 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हुआ है जबकि 2014-15 में आयात 15.42 लाख टन का आयात हुआ है। मौजूदा ऑयल वर्ष 2016-17 के पहले 4 महीने यानि नवंबर 2016 से फरवरी 2017 के दौरान देश में कुल 7.68 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हो चुका है।
Source: MarketTimesTv
More will update soon!!