आयकर विभाग के मुताबिक नोटबंदी के दौरान कई बैंक खातों में जमा हुआ पैसा शक के दायरे में है। करीब 60 लाख बैंक खाते ऐसे हैं जिनमें नोटबंदी के दौरान 2 लाख रुपये से ज्यादा का पैसा जमा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग खातों में जमा हुआ 10,700 करोड़
रुपये भी शक के दायरे में हैं।
आयकर विभाग ने को-ऑपरेटिव बैंकों के खातों में जमा हुए ज्यादा पैसों पर भी नजर बनाई हुई है। विभाग के मुताबिक देशभर में को-ऑपरेटिव बैंकों में नोटबंदी के दौरान करीब 16,000 करोड़
रुपये जमा हुए हैं और प्रवर्तन निदेशालय के साथ आयकर विभाग की नजर इसपर बनी हुई है।
आयकर विभाग की नजर नोटबंदी के दौरान चुकाए गए लोन पर भी लगी हुई है। विभाग के मुताबिक नोटबंदी के दौरान देशभर में करीब 80,000 करोड़
रुपये का लोन कैश के तौर पर चुकाया गया है।
आयकर विभाग की नजर उन बैंक खातों पर भी टिकी हुई है जिनमें पहले पैसे नहीं पड़े हुए थे और नोटबंदी के बाद अचानक से पैसा जमा हुआ है। इस तरह के सभी खातों में नोटबंदी के दौरान करीब 25,000 करोड़
रुपये जमा हुए हैं।





