आम आदमी पर खर्च होगा नोटबंदी से जमा हुआ पैसा
एक सीनियर अधिकारी के अनुसार नोटबंदी के बाद अगले कुछ महीनों में सरकार के पास कम से कम 3 लाख करोड़ रुपए आने वाले हैं।
सरकार का टारगेट है कि इनमें से लगभग एक करोड़ रुपए को तत्काल गरीबों और मिडिल क्लास आबादी पर खर्च किया जाएगा।
अधिकारी के अनुसार यह योजना बहुत बड़े पैमाने की होगी जिसे 2019 चुनाव से पहले लोगों तक पहुंचा दिया जाएगा।
आम आदमी के लिए होगी स्पेशल योजना
सूत्रों के अनुसार पीएमओ की ओर से यह संकेत हैं कि योजना ऐसी होगी जिसका लाभ तत्काल प्रभाव से लोगों को मिले। जिनके लिए यह लॉन्च हुई है उन्हें परिणाम पाने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़े। सूत्रों के अनुसार मिडिल क्लास को टैक्स में बड़े लाभ देने जैसे विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है।
नोटबंदी के बाद पूरे देश से मिले फीडबैक से खुश है पीएमओ
पीएमओ के अनुसार पीएम मोदी ने खुद सीनियर अधिकारियों से इस दिशा में 'ब्रेन स्टॉर्मिंग सेशन' आयोजित करने को कहा है।
पीएमओ नोटबंदी के बाद पूरे देश से मिले फीडबैक से खुश है।
एक फीडबैक के अनुसार विपक्ष पीएम मोदी के नाम को विजय माल्या और ललित मोदी के साथ जोड़ने के काम करता था लेकिन नोटबंदी के बाद आम लोग इस कार्रवाई को विजय माल्या जैसे बड़े लोगों के खिलाफ मान रहे हैं।
पीएमओ की टीम 8 नवंबर को नोटबंदी के घोषणा के बाद अपने स्तर पर पर हर दिन पूरे देश से फीडबैक ले रही है।
50 दिनों का दिया जाएगा हिसाब
इसके अलावा 50 दिनों के बाद नोटबंदी की सफलता के बार में भी आम लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाने के लिए भी बड़ा अभियान चलाया जाएगा। खुद पीएम मोदी ने पूरे देश में इस योजना की सफलता के लिए 50 दिनों तक सहयोग मांगा है। नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक के पास लगभग 14 लाख करोड़ रुपये वापस आने हैं।
इनमें से जितने रुपये नहीं लौटेंगे उसे सरकार ब्लैकमनी के रूप में पेश करेगी और उन आंकड़ों को लोगों तक लेकर जाएगी। सरकार का अनुमान है कि तीन लाख करोड़ से चार लाख करोड़ के बीच यह राशि होनी चाहिए। हालांकि इस दौरान आम लोगों को कम से कम दिक्कत हो और ग्रोथ पर बहुत निगेटिव प्रभाव नहीं पड़े, ऐसा करना मोदी सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है।





