गौरतलब है कि इस साल देश में कपास की बुआई में भारी गिरावट देखने को मिली है, सिर्फ महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कपास की बुआई में इजाफा हुआ है, बाकी देश के सभी बड़े कपास उत्पादक राज्यों में कपास की खेती में भारी गिरावट आई है जिस वजह से देश में कपास का रकबा करीब 9 फीसदी पिछड़ा हुआ है और 5 अगस्त तक 96.48 लाख हेक्टेयर में कपास की फसल देखी गई है।
गुजरात की बात करें तो गुजरात में कपास का रकबा करीब 13 फीसदी पिछड़ा हुआ है, 8 अगस्त तक राज्य में 22.81 लाख
हेक्टेयर में कपास की खेती दर्ज की गई है जबकि पिछले साल वहां पर 26.11 लाख
हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई थी।
इस साल गुजरात सहित तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कपास की खेती में कमी देखने को मिली है, गुजरात में जहां मानसून की बरसात में बहुत ज्यादा देरी हुई है वहीं अन्य राज्यों में किसानों ने कपास की जगह दलहन की बुआई को बढ़ाया है। इन हालात में इस साल कपास की पैदावार में गिरावट की आशंका जताई जा रही है।
2015-16 सीजन के दौरान देश में उत्पादन करीब 340 लाख गांठ हुआ है और साल उत्पादन इससे भी कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है।