सितंबर में कच्चे तेल के उत्पादन को
लेकर ओपेक और गैर ओपेक
देशों के बीच होने
वाली बैठक से पहले घरेलू
और विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में
उठाव देखा जा रह है,
विदेशी बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 50 डॉलर
को पार कर चुका है
जबकि WTI क्रूड का भाव 48.50 डॉलर
प्रति बैरल के करीब पहुंच
चुका है।
विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से घरेलू बाजार में भी भाव में उठाव बना हुआ है, शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार यानि MCX पर अगस्त वायदा के लिए भाव 3,235 रुपये प्रति बैरल के ऊपर कारोबार करता हुआ देखा गया जबकि सितंबर वायदा के लिए भाव ने 3,290 रुपये के ऊपरी स्तर को छुआ।
दरअसल सितंबर के आखिरी हफ्ते में कच्चे तेल के उत्पादन को लेकर ओपेक और गैर ओपेक देशों की बैठक होनी है, बैठक में उत्पादन को मौजूदा स्तर पर स्थिर रखने पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा। अगर यह प्रयास सफल होता है तो कच्चे तेल की कीमतों में उठाव बना रह सकता है, और इसी उम्मीद से भाव में भी बढ़त आई है।
विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से घरेलू बाजार में भी भाव में उठाव बना हुआ है, शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार यानि MCX पर अगस्त वायदा के लिए भाव 3,235 रुपये प्रति बैरल के ऊपर कारोबार करता हुआ देखा गया जबकि सितंबर वायदा के लिए भाव ने 3,290 रुपये के ऊपरी स्तर को छुआ।
हालांकि जानकारों का मानना है कि उत्पादन स्थिर रखने को लेकर ओपेक और गैर ओपेक देशों के बीच सहमति बनना मुश्किल है, खुद ओपेक संगठन में ही कई देश इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं। दरअसल सऊदी अरब की तरह जो देश कच्चे तेल का ज्यादा उत्पादन कर रहे हैं उन्हें तो इस प्रस्ताव से किसी तरह का नुकसान नहीं होगा लेकिन जो देश कम उत्पादन कर रहे हैं उनको उत्पादन को नहीं बढ़ाने के लिए मनाना मुश्किल काम हो सकता है। इससे पहले भी इस तरह की बैठक बेनतीजा साबित हुई है।