दक्षिण
भारत के सबसे बड़े
कपास उत्पादक क्षेत्र तेलंगाना और आंध्र प्रदेश
में इस साल कपास
की खेती में भली गिरावट देखने को मिली है । मार्केट
टाइम्स को मिले तेलंगाना
और आंध्र प्रदेश सरकार की और से
जारी किये गए साप्ताहिक बुआई
आंकड़ो के मुताबिक राज्य
में तेलंगाना में इस साल कपास
का रकबा 27 फीसदी पिछड़ा हुआ है जबकि आंध्र
प्रदेश में बुआई 1 3 फीसदी पीछे है ।
आंकडों
के मुताबिक 3 अगस्त तक तेलंगाना में
सिर्फ 1 1.81 लाख हेक्टेयर में कपास की फसल देखी
गई है जबकि पिछले
साल इस दौरान वहां पर 16.16 राज्य हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी
। पूरे सीजन के दौरान तेलंगाना
में औसतन 17.09 लाख हेक्टेयर में कपास की फसल लगती
है लेकिन इस साल जिस
रफ्तार से बुआई हो
रही है उसे देखते
हुए लग नहीं रहा
कि रकबा 13 लाख हेक्टेयर को पार कर
पाएगा,क्योंकि वहां पर बुआई का
सीजन लगभग खत्म होने को है|
कुछ
ऐसा ही हाल आंध्र प्रदेश में भी
दिख रहा है. 3 अगस्त तक वहां पर
3 .06 लाख हेक्टेयर में कपास की फसल देखें
गई है जबकि पिछले
साल इस दौरान यहाँ पर 3.53 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।
पूरे सीजन के दौरान तेलंगाना
में 6.41 लाख हेक्टेयर में कपास की खेती होती
है ।