आॅल्टर्नेटीव इंवेस्टमेंट फंड किसी भी कमोडिटी डेरीवेटीव में पैसा लगा सकते हैं। सेबी ने ये भी साफ किया कि कोई भी आॅल्टर्नेटीव फंड किसी एक कमोडिटी में तय कुल फंड के 10 फिसदी से ज्यादा का निवेश नहीं कर सकता। इसके साथ ही फंड हाऊस अपने निवेश को डिस्कलाॅज करेगा।
जानकारों की मानें तो सेबी की तरफ से किया गया ये फैसला कमोडिटी बाजार के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। इससे कमोडिटी बाजार में तेजी से बदलाव होने की आशंका है। कमोडिटी एक्सचेंजिज़ को इससे मजबूती मिलेगी और कमोडिटी डेरिवेटीव मार्केट में नकदी की समस्या खत्म होगी। बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी।
क्या है AIF ?
दरअसल, आॅल्टर्नेट इंवेस्टमेंट फंड यानि AIF एक तरह का पूल निवेश है जैसे मुचुअल फंड में होता है ठीक उसी प्रकार संस्थान निवेशकों के पैसे का प्रयोग करता है इसे आप किटी पूल की तरह भी समझ सकते हैं।
Source: MarketTimesTv
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