मंत्रालय ने
अपने ट्वीट में
कहा है कि
प्रतिदिन तकरीबन 35 करोड़
लोग ईंधन के
लिए प्रतिदिन पेट्रोल पंपों
पर आते हैं।
पेट्रोल पंपों पर
प्रति वर्ष 2500 करोड़ रुपए
(38.7 करोड़ डॉलर) का
ट्रांजैक्शन होता
है।
भारत दुनिया का
तीसरा सबसे बड़ा
तेल उपभोक्ता
देश है और
यहां जल्द
ही पेट्रोल-डीजल
की कीमतों में
प्रतिदिन बदलाव करने
की तैयारी भी
की जा रही
है। अभी तेल
मार्केटिंग कंपनियां प्रत्येक 15 दिन
में पेट्रोल-डीजल
की कीमतों की
समीक्षा करती हैं।
एक मई से
प्रायोगिक तौर पर
पांच राज्यों
में प्रतिदिन कीमतों की
समीक्षा शुरू की
जाएगी। इसके परिणाम देखने
के बाद इस
प्रक्रिया को पूरे
देश में लागू
किया जाएगा।
Source: MarketTimesTv
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