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Thursday, April 13, 2017

बिजनेस न्यूज़ : जीएसटी व्यवस्था में 15 नहीं 18 प्रतिशत देना पड़ सकता है सर्विस टैक्स: सरकार







जुलाई से लागू होने वाले गुड्स एंड सर्विसेस टैक् (GST) व्यवस्था में सर्विस सेक्टर पर 18 प्रतिशत टैक् रेट लगाया जा सकता है, जो कि वर्तमान में 15 प्रतिशत है। राजस् सचिव हसमुख अधिया ने गुरुवार को कहा कि इस वजह से देश में सेवाएं थोड़ी महंगी हो जाएंगी। अधिया ने कहा कि हां, सर्विस सेक्टर के लिए स्टैंडर्ड रेट 18 प्रतिशत रह सकता है। हालांकि वर्तमान में जो सेवाएं इसके दायरे से बाहर हैं, जैसे स्वास्थ्, शिक्षा और कृषि, को जीएसटी में भी छूट के दायरे में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो भी छूट की सूची में हैं उन्हें आगे भी ये लाभ मिलता रहे हम यह सुनिश्चित करेंगे। हम इसकी सिफारिश जीएसटी परिषद को करेंगे और वह इस पर विचार करेगी। जहां तक संभावना है परिषद इस पर राजी हो जाएगी। एक जुलाई से लागू होने वाले गुड्स एंड सर्विसेस टैक् (GST) व्यवस्था में सर्विस सेक्टर पर 18 प्रतिशत टैक् रेट लगाया जा सकता है, जो कि वर्तमान में 15 प्रतिशत है। राजस् सचिव हसमुख अधिया ने गुरुवार को कहा कि इस वजह से देश में सेवाएं थोड़ी महंगी हो जाएंगी। अधिया ने कहा कि हां, सर्विस सेक्टर के लिए स्टैंडर्ड रेट 18 प्रतिशत रह सकता है। हालांकि वर्तमान में जो सेवाएं इसके दायरे से बाहर हैं, जैसे स्वास्थ्, शिक्षा और कृषि, को जीएसटी में भी छूट के दायरे में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो भी छूट की सूची में हैं उन्हें आगे भी ये लाभ मिलता रहे हम यह सुनिश्चित करेंगे। हम इसकी सिफारिश जीएसटी परिषद को करेंगे और वह इस पर विचार करेगी। जहां तक संभावना है परिषद इस पर राजी हो जाएगी। एक जुलाई से लागू होने वाले गुड्स एंड सर्विसेस टैक् (GST) व्यवस्था में सर्विस सेक्टर पर 18 प्रतिशत टैक् रेट लगाया जा सकता है, जो कि वर्तमान में 15 प्रतिशत है। राजस् सचिव हसमुख अधिया ने गुरुवार को कहा कि इस वजह से देश में सेवाएं थोड़ी महंगी हो जाएंगी। अधिया ने कहा कि हां, सर्विस सेक्टर के लिए स्टैंडर्ड रेट 18 प्रतिशत रह सकता है।


हालांकि वर्तमान में जो सेवाएं इसके दायरे से बाहर हैं, जैसे स्वास्थ्, शिक्षा और कृषि, को जीएसटी में भी छूट के दायरे में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो भी छूट की सूची में हैं उन्हें आगे भी ये लाभ मिलता रहे हम यह सुनिश्चित करेंगे। हम इसकी सिफारिश जीएसटी परिषद को करेंगे और वह इस पर विचार करेगी। जहां तक संभावना है परिषद इस पर राजी हो जाएगी।
 

एक जुलाई से लागू होने वाले गुड्स एंड सर्विसेस टैक् (GST) व्यवस्था में सर्विस सेक्टर पर 18 प्रतिशत टैक् रेट लगाया जा सकता है, जो कि वर्तमान में 15 प्रतिशत है। राजस् सचिव हसमुख अधिया ने गुरुवार को कहा कि इस वजह से देश में सेवाएं थोड़ी महंगी हो जाएंगी।
अधिया ने कहा कि हां, सर्विस सेक्टर के लिए स्टैंडर्ड रेट 18 प्रतिशत रह सकता है। हालांकि वर्तमान में जो सेवाएं इसके दायरे से बाहर हैं, जैसे स्वास्थ्, शिक्षा और कृषि, को जीएसटी में भी छूट के दायरे में रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो भी छूट की सूची में हैं उन्हें आगे भी ये लाभ मिलता रहे हम यह सुनिश्चित करेंगे। हम इसकी सिफारिश जीएसटी परिषद को करेंगे और वह इस पर विचार करेगी। जहां तक संभावना है परिषद इस पर राजी हो जाएगी।


वर्तमान में सर्विस सेक्टर पर 14 प्रतिशत टैक् की दर तय है और इसके अलावा आधा-आधा प्रतिशत की दर से दो अतिरिक् सेस-स्वच् भारत सेस और कृषि कल्याण सेस- भी लगाए जाते हैं। इससे सर्विस टैक् की कुल दर 15 प्रतिशत हो जाती है।

जीएसटी कानून कहता है कि किसान भले ही उसकी सालाना कमाई 20 लाख रुपए से अधिक हो, वह जीएसटी के तहत नहीं आता है।  





Source: MarketTimesTv












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