एक्सचेंज के सर्कुलर के मुताबिक सोयामील का लॉट साइट 10 टन का होगा और ट्रेडिंग के लिए कम से कम 4 फीसदी मार्जिन चुकाना पड़ेगा, अधिकतम ट्रेड 50 लॉट का हो सकेगा और टिक साइज 10 रुपये प्रति टन का होगा। एक्सचेंज के प्लेटफॉर्म पर सोयामील में कारोबार सुबह 10 बजे से लेकर शाम को 5 बजे तक होता रहेगा।
सोयामील की मार्केट के फंडामेंटल की बात करें तो सोयामील का उत्पादन सोयाबीन से होता है, सोयाबीन से तेल निकालने की प्रक्रिया में करीब 20-22 फीसदी
तेल निकल जाता है और बाकी सोयामील रह जाता है। देश में इस साल सोयाबीन की कुल सप्लाई करीब 120 लाख टन होने का अनुमान है, इस लिहाज से सोयामील का उत्पादन 90-92 लाख
टन रह सकता है। देश में पैदा होने वाला अधिकतर सोयामील घरेलू मार्केट में खप जाता है लेकिन इस साल सोयाबीन की पैदावार में इजाफा हुआ है ऐसे में सोयामील के निर्यात में 2 साल के बाद जोरदार रिकवरी देखने को मिली है।
दिसंबर के दौरान देश से सोयामील का मासिक निर्यात 3 साल के ऊपरी स्तर तक पहुंचा है। सोयामील के निर्यात में हुई बढ़ोतरी की वजह से 2016-17 सीजन
के दौरान देश से सोयामील का निर्यात 20 लाख टन के पार जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सोपा की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर के दौरान देश से 2.41 लाख टन सोयामील का निर्यात हुआ है जो जनवरी 2014 के बाद सबसे अधिक मासिक निर्यात है। इससे पहले नवंबर के दौरान देश से 98,000 टन और अक्टूबर के दौरान 31,000 टन सोयामील का निर्यात हो चुका है।
सोपा के चेयरमैन दविश जैन ने मार्केट टाइम्स को बताया कि इस साल बांग्लादेश भारतीय सोयामील का सबसे बड़ा खरीदार बनकर उभरा है, बांग्लादेश ने बीते दो महीने के दौरान 1.30 लाख टन सोयामील की खरीद कर ली है, दिसंबर के दौरान बांग्लादेश की खरीद 80,000 टन रही है, बांग्लादेश के अलावा फ्रांस ने भी दिसंबर के दौरान 80,000 टन से ज्यादा सोयामील खरीदा है। दविश जैन के मुताबिक जिस रफ्तार से सोयामील निर्यात में इजाफा हुआ है उसे देखते हुए लग रहा है कि 2016-17 सीजन
के दौरान निर्यात 20 लाख टन को पार कर जाएगा।





