इन सभी देशों में सबसे अहम ईरान है और ईरान को भारत से भी बड़ी मात्रा में कमोडिटीज का निर्यात होता है। ईरान भारतीय बासमती चावल के साथ सोयामील और चाय का बड़ा खरीदार है। करीब एक साल पहले ही ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक प्रतिबंध हटे हैं और इन प्रतिबंधों के हटने के बाद ईरान का बाजार पूरी दुनिया के लिए खुल गया है।
ईरान का बाजार खुलने के बाद भारत से वहां को सोयामील निर्यात में भारी गिरावट आई थी क्योंकि अमेरिका सहित ब्राजील और अर्जेनटीना ने अपना सस्ता ऑयलमील ईरान को भेजना शुरू कर दिया है। लेकिन अब अमेरिका और ईरान के बीच एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है, अमेरिका में ईरान के नागरिगों की एंट्री पर रोक के बाद ईरान ने भी अपने यहां अमेरिका के नागरिकों की एंट्री रोक दी है। ऐसे में भारतीय कंपनियों खासकर ऑयलमील कंपनियों निर्यातक के लिए यह एक अच्छा मौका साबित हो सकता है।
देश में सोयाबीन इंडस्ट्री के संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानि सोपा के चेयरमैन दविश जैन के मुताबिक अमेरिका में 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों की रोक से भारतीय कंपनियों के लिए उन 7 देशों में बाजार मिलेगा, हालांकि दविश जैन ईरान को छोड़ बाकी देशों के बाजार को ज्यादा उत्साहित नहीं है, उनके मुताबिक ईरान को छोड़ बाकी देशों में बाजार तो है लेकिन वहां पर व्यापार इतना आसान नहीं है।
शुक्रवार से ईरान, इराक, लीबिया, यमन, सीरिया, सुडान और सोमालिया के नागरिकों की अमेरिका में एंट्री रोकने की घोषणा कर दी गई है। इसके जवाब में ईरान ने भी अमेरिका पर जैसे को तैसे की तर्ज पर कार्रवाई करते हुए अमेरिकी नागरिकों की अपने यहां एंट्री रोकने को कहा है। ईरान के बाद बाकी के 6 देश भी इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। ऐसे में भारतीय कारोबारियों के लिए इन देशों में मौका हो सकता है।
Source: MarketTimesTv