वहीं अगर घरेलू बाजार में मौजूदा भाव की बात करें तो फिलहाल दिल्ली में चने का भाव 9,500 रुपये
प्रति क्विंटल के करीब चल रहा है। ऐसे में सरकार की ओर से की गई डील घरेलू बाजार में चल रहे भाव के मुकाबले काफी निचले स्तर पर है।
सी आर चौधरी के मुताबिक इस डील क बाद इस साल सरकारी स्तर पर दलहन का कुल आयात 70,000 टन तक पहुंच जाएगा, हालांकि सरकार इस साल करीब 20 लाख टन दलहन का बफर स्टॉक तैयार करने जा रही है जिसके लिए 10 लाख टन की खरीद घरेलू मार्केट से होगी और बाकी 10 लाख टन आयात किया जाएगा।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया से चने के बढ़ते आयात को देखकर ज्यादातर कारोबारी मान रहे हैं कि अगले 1-2 महीने के दौरान चने की कीमतों में गिरावट आ सकती है बशर्ते घरेलू स्तर पर मौसम चने की फसल के अनुकूल रहे। मार्केट टाइम्स से बात करने पर ज्यादातर कारोबारियों ने बताया कि मौसम अनुकूल रहने की स्थिति में 1-2 महीने के दौरान घरेलू बाजार में चने का भाव घटकर 7,500 रुपये
प्रति क्विंटल तक आ सकता है।





