पाम ऑयल के भाव को
लेकर पाम ऑयल की मार्केट के
दो बड़े जानकार आमने-सामने आ गए हैं।
एक जानकार भाव में गिरावट की भविष्यवाणी कर
रहा है तो दूसरा
भाव में जोरदार तेजी की भविष्यवाणी कर
रहा है। क्वॉलालंपुर में चल रहे सेमिनार
के दौरान दोनो जानकारों ने अपना नजरिया
दिया है।
गोदरेज इंटरनेशनल के डायरेक्टर दोराब मिस्त्री ने पिछले महीने गोआ में हुए ग्लोब ऑयल सेमिनार के दौरान कहा था कि 2 महीने में पाम ऑयल का भाव 2,200 रिंगिट
प्रति टन का स्तर दिखा सकता है, अब क्वॉलालंपुर में चल रहे सेमिवार के दौरान भी दोराब इसी स्तर पर कायम हैं, हालांकि उन्होंने कहा है कि दिसंबर अंत तक पाम ऑयल का भाव 2,200 रिंगिट
प्रति टन का स्तर दिखा सकता है, पहले उन्होंने नवंबर अंत का समय दिया था। दोराब मिस्त्री का कहना है कि आने वाले दिनों में पाम ऑयल के बाजार में जोरदार रिकवरी देखने को मिल सकती है, उनके मुताबिक 2017 के दौरान इंडोनेशिया में पाम ऑयल उत्पादन का नया रिकॉर्ड बन सकता है, उनके मुताबिक 2017 के दौरान वैश्विक स्तर पर पाम ऑयल उत्पादन में करीब 65 लाख टन की रिकवरी आ सकती है।
वहीं दूसरी ओर तेल और तिलहन की जानकारी देने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ऑयल वर्ल्ड के संपादक थॉमस मिल्के ने इस सेमिनार के दौरान कहा है कि दिसंबर अंत या जनवरी की शुरुआत में पाम ऑयल का भाव 3,000 रिंगिट
प्रति टन का स्तर दिखा सकता है। मिल्के का कहना है कि अब से लेकर मार्च तक पाम ऑयल के बाजार में सप्लाई सीमित रहने की आशंका है, उन्होंने इंडोनेशिया के लिए 2016 के उत्पादन अनुमान में 1 लाख टन की कटौती की है और उत्पादन 322 लाख टन होने का अनुमान जारी किया है वहीं 2016 के लिए मलेशिया के उत्पादन अनुमान में 3 लाख टन की कटौती की है और उत्पादन 178 लाख टन होने का अनुमान लगाया है। मिल्के के मुताबिक दिसंबर 2016 या जनवरी 2017 के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम ऑयल का भाव 2,900-3,000 रिंगिट
प्रति टन का स्तर छू सकता है।