कैस्टरसीड और चने के
बाद अब चीनी के
वायदा कारोबार पर भी रोक
लग सकती है, मार्केट टाइम्स को सूत्रों से
मिली जानकारी के मुताबिक सरकार
ने सेबी को चीनी का
वायदा कारोबार बंद करने को कह दिया
है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार चीनी की कीमतों पर नजर बनाए हुए है और जिस तरह से वायदा बाजार में इसका भाव ऊपर नीचे हो रहा है उसे देखते हुए सरकार ने माना है कि वायदा बाजार भाव को लेकर सही आकलन नहीं कर रहा। सरकार ने कीमतों पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन इसके बावजूद चीनी की कीमतों में उठाव बना हुआ है।
देश में मौजूदा चीनी वर्ष 2015-16 में
चीनी उत्पादन करीब 33 लाख टन घटकर 250 लाख टन होने का अनुमान है जबकि अगले सीजन यानि 2016-17 में
तो उत्पादन घटकर सिर्फ 232 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है। सालभर में देश में करीब 255 लाख टन चीनी खप जाती है। हालांकि लगातार 2 साल तक कम उत्पादन के बावजूद देश में चीनी का पर्याप्त स्टॉक बचा हुआ है। पिछले सीजन यानि 2014-15 के दौरान देश में 283 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। ऐसे में देश में जरूरत के मुताबिक चीनी का स्टॉक पड़ा हुआ है।
लेकिन इस साल कम उत्पादन और अगले साल भी कम उत्पादन की वजह से वायदा बाजार में चीनी में सट्टेबाजी हो रही है और भाव ऊपर उठ रहे हैं। ऐसे में सरकार नहीं चाहती की चीनी की कीमतों में और इजाफा हो।