पिछले
कुछ दिनों से राजस्थान में
कई जगह पर बरसात
हुई है जिससे ग्वार
की बुआई में कुल सुधार होने की उम्मीद जताई
जा रही है,लेकिन राजस्थान
के कई जिले ऐसे
भी हैं जहां पर खरीफ सीजन
में बड़े स्तर पर ग्वार की
खेती होती है और उन
जिलों में अब भी बरसात
की भारी कमी देखी जा रही है
।
इन
जिलों में सबसे पहले पश्चिमी राजस्थान का गंगानगर जिला
है
गंगानगर जिले में खरीफ सीजन के दौरान औसतन
5 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में
ग्वार की खेती होती
है लेकिन इस साल गंगानगर
में बारिश की बहुत ज्यादा
कमी है,मौसम विभाग
के मुताबिक गंगानगर जिले में अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान सामान्य
के मुकाबले 55 फीसदी कम बरसात हुई
है ।
गंगानगर
की ही तरह हनुमानगढ
जिले में भी 5 लाख हैक्टेयर से ज्यादा में
ग्वार की फसल लगती
है और यहां पर
भी अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान औसत
के मुकाबले कम बरसात हुई
है मौसम विभाग के मुताबिक पहली
जून से लेकर 7
अगस्त तक हनुमानगढ जिले
में सामान्य के मुकाबले 10 फीसदी
कम बरसात दर्ज की गई है
।
हनुमानगढ
और गंगानगर के अलावा जैसलमेर
में भी ख़रीफ सीजन
के दौरान 5 ताख हैक्टेयर से ज्यादा में
ग्वार की खेती होती
है और यहाँ भी
हालात ऐसे ही हैं मौसम
विभाग के मुताबिक पहली
जून से लेकर 7 अगस्त तक जैसलमेर जिले
में सामान्य के मुकाबले 37 फीसदी
कम बरसात दर्ज की गई है
।
इन
जिलों के अलावा बाड़मेर
में सीजन के दौरान करीब
3 . 4 लाख हैक्टेयर में ग्वार की खेती होती
है और इस क्षेत्र
में भी सामान्य के
मुकाबले कम बरसात दर्ज
की गई है मौसम
विभाग के मुताबिक पहली जून से लेकर
7 अगस्त तक बाड़मेर जिले
में औसत के मुकाबले 36 फीसदी
कम बारिमा हुई है । साथ
में जालौर में भी सामान्य के
मुकाबले 14 फीसदी कम बरसात हुई
है उत्तर में पूरे खरीफ सीजन के दौरान औसतन
85,000 हेक्टेयर में ग्वार
की खेती हो जाती है
।
पूरे
राजस्थान में ग्वार की सबसे ज्यादा
खेती बिकानेर जिले में होती है और बिकानेर
जिले में इस साल मानसून
मेहरबार है मौसम विभाग
के मुताबिक बिकानेर में सामान्य के मुकाबले 8 फीसदी
ज्यादा बरसात हुई है । जिले
में पूरे खरीफ सीजन के दौरान करीब
10 लाख हेक्टेयर में ग्वार की फसल लगती
है ।