देश
के सभी ग्वार उत्पादक क्षेत्रों में इस साल
किसान ग्वार की खेती से
परहेज करते नजर आ
रहे है । राजस्थान और
गुजरात में बुआई की
स्थिति के बारे में
मार्केट टाइम्स सुबह ही अपने
पाठकों को जानकारी दे
चुका है, अब मार्केट टाइम्स ने
अपने सूत्रों से हरियाणा में ग्वार
बुआई की जानकारी ली
है जिसमें साफ दिख रहा
है कि हरियाणा में
ग्वार की खेती पिछले
साल के मुकाबले बहुत ज्यादा
पिछडी हुई है ।
सूत्रों
से मिली जानकारी के
मुताबिक 18 जुलाई तक हरियाणा में
सिर्फ 91,000 हेक्टेयर में ग्वार की
बुआई दर्ज की गई
है जबकि पिछले साल
इस दौरान वहां पर 3.39 लाख हेक्टेयर में
ग्वार की खेती हो
गई थी । हरियाणा
कृषि विभाग के एक वरिष्ठ
अधिकारी ने मार्केट टाइम्स
को बताया कि राज्य में
ग्वार की बुआई का
सीजन लगभग खत्म होने
को है ऐसे में
अगर प्रमुख ग्वार उत्पादक क्षेत्रों में बरसात हो
जाती है तो बुआई
में कुछ बढोतरी हो
सकती है लेकिन बुआई
पिछले साल और औसत के मुकाबले काफी
कम रहने की आशंका
है ।
राज्य
के कृषि विभाग ने
इस साल हरियाणा में
करीब 3.7 लाख हेक्टेयर में
ग्वार की खेती का
लक्ष्य रखा हुआ था
लेकिन उस हिसाब से
अबतक बुआई सिर्फ 25 फीसदी
ही हो पायी है
।
राजस्थान
के बाद हरियाणा ग्वार
का दूसरा बड़। उत्पादक राज्य
है और अगर वहाँ
पर इस साल वहां
पर 3.67 लाख हेक्टेयर में
ग्वार की खेती हुई थी
और करीब 2.83 लाख टन का
उत्पादन हुआ था लेकिन
जिस रफ्तार से इस साल
खेती हो रहीं है
उसे देखते हुए लग नहीं
रहा कि इस साल
वहाँ यर रकबा 2 लाख
हेक्टेयर को पार कर
पाएगा. ऐसे में हरियाणा
में ग्वार का उत्पादन घटने
की आशंका बढ़ गई है ।